भाजपा से कोई भी मुस्लिम तो कांग्रेस से कोई भी हिन्दू प्रत्याशी नहीं पहुंच पाया काशीपुर नगर निगम, चुनाव को लेकर विकास गुप्ता की स्पेशल रिपोर्ट

टीम बाली को नगर निगम में आठ मुस्लिम पार्षदों के सहारे है काशीपुर कांग्रेस की चुनौती

 

काशीपुर (सिटी न्यूज काशीपुर/ विकास गुप्ता)। काशीपुर शहर की नई सरकार ने मेयर दीपक बाली के नेतृत्व में नगर निगम में कार्य करना शुरू कर दिया है। इस बार के चुनाव में पूर्व की तरह एक बार फिर हार का सामना करने वाली कांग्रेस को नगर निगम के अंदर पहुंचे अपने 8 पार्षदों के सहारे ही विपक्ष की भूमिका निभाते हुए चुनौती देनी होगी। कांग्रेस के टिकट पर जीते यह सभी आठ पार्षद मुस्लिम है, ऐसे में आगामी पांच साल तक कांग्रेस के यह पार्षद सत्ताधारी भाजपा को कितनी चुनौती दे पाएंगे यह देखना होगा।
25 जनवरी को हुई मतगणना के बाद मेयर पद पर भाजपा प्रत्याशी दीपक बाली ने शानदार तरीके से जीत दर्ज की उन्होंने 49137 मत प्राप्त कर कांग्रेस प्रत्याशी संदीप सहगल को 5158 मतों के अंतर से चुनाव हराया, इस चुनाव में संदीप सहगल को 43979 मत मिले। वार्डों की स्थिति भी कांग्रेस के पक्ष में नहीं रही वह कुल 40 वार्डों में से मात्र 8 प्रत्याशियों को ही जिताने में कामयाब हो सकी, ताज्जुब की बात तो यह रही कि कांग्रेस के टिकट पर खड़े सभी हिन्दू प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा जबकि उसके 8 मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव जीतकर नगर की सरकार में शामिल हुए। कांग्रेस से जीतने वाले इन आठ मुस्लिम पार्षदों में पांच पुरुष जबकि तीन महिला है, जहां वार्ड नंबर 5 कचनाल गोसाई में कांग्रेस के कदीर अहमद जीतकर निगम पहुंचे तो तो वहीं वार्ड नंबर 12 लक्ष्मीपुर पट्टी में अब्दुल कादिर, वार्ड नंबर 20 महेशपुरा मध्य में राशिद हुसैन, वार्ड नंबर 22 लक्ष्मीपुर पट्टी मध्य में अफरोज जहां, वार्ड नंबर 23 अली खा पश्चिमी में नाजमा बेगम, वार्ड नंबर 26 ओझान मे सरफराज, वार्ड नंबर 27 सिंघन काजीबाग से जीनत बानो व वार्ड नंबर 36 कटोराताल उत्तरी से शाह आलम ने जीत दर्ज कर निगम में एंट्री की है। इस बार का चुनाव पूर्व की अपेक्षा काफी दिलचस्प रहा है जहां वार्डों में भाजपा अपने किसी भी मुस्लिम प्रत्याशी को नहीं जिता पाई तो वहीं कांग्रेस के टिकट से खड़े हिन्दू प्रत्याशी नहीं जीत पाए। भाजपा के टिकट पर कुल 19 प्रत्याशी जीतकर निगम पहुंचे तो वहीं 13 निर्दलीय भी जीतकर निगम की सरकार में जगह बनाने में कामयाब हो गए इन निर्दलीय जीते पार्षदों में करीब आधा दर्जन वो पार्षद है जो भाजपा के करीबी है। तस्वीर साफ है कि आगामी पांच साल तक अपने पार्टी के पार्षदों व इन करीबी पार्षदों के सहारे मेयर दीपक बाली बहुमत के साथ आसानी से कार्य करते नजर आयेंगे।

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