
काशीपुर। (विकास गुप्ता की कलम से) लंबे समय से जीत की राह तलाश रही कांग्रेस ने अब मिशन 2027 के लिए काशीपुर में अपनी रणनीति को नई दिशा देने की शुरुआत कर दी है। संगठन से लेकर बूथ स्तर तक पार्टी अपने जुझारू और कर्मठ कार्यकर्ताओं के बल पर एक सशक्त टीम खड़ी करने में जुट गई है। पिछले चुनावों में कांग्रेस को बेहद कम अंतर से मिली हार ने संगठन को गहराई से सोचने पर मजबूर कर दिया है। बार-बार की हार ने जहाँ कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर किया, वहीं स्थानीय नेताओं के लिए चुनावी मैदान में उतरना चुनौती भरा हो गया है। इस बार कांग्रेस ने समय रहते कमियों को दूर कर संगठन को फिर से मज़बूत करने की ठानी है। इसी कड़ी में अब सबकी निगाहें काशीपुर कांग्रेस महानगर अध्यक्ष के चयन पर टिकी हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस पद के लिए मनोज अग्रवाल, मुशर्रफ हुसैन, डॉ. दीपिका गुड़िया आत्रेय, अलका पाल और पूर्व महानगर अध्यक्ष एड. संदीप सहगल के नाम चर्चा में हैं।
माना जा रहा है कि इस बार पार्टी महिला नेतृत्व को प्राथमिकता देने के मूड में है। ऐसे में दो नाम जिनमें डॉ. दीपिका गुड़िया आत्रेय, जो पूर्व सांसद स्व सत्येंद्र चंद्र गुड़िया की बेटी है साथ ही संगठन में सक्रिय भूमिका और जमीनी जुड़ाव के लिए जानी जाती हैं, और अलका पाल, जो वर्षों से कांग्रेस की नीतियों और महिला मोर्चा में सक्रिय रही हैं, प्रमुख दावेदारों के रूप में उभर रही हैं।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि यदि किसी ऊर्जावान महिला चेहरे को संगठन की कमान सौंपी जाती है, तो इससे कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार होगा और महिला वर्ग में कांग्रेस की पकड़ और मजबूत होगी। फिलहाल, काशीपुर कांग्रेस के कार्यकर्ता नए महानगर अध्यक्ष की घोषणा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। पार्टी का यह निर्णय न केवल संगठन के भविष्य को दिशा देगा, बल्कि मिशन 2027 में कांग्रेस की जीत की राह भी तय कर सकता है।